MP News: मध्य प्रदेश के इस जिले में मिला 1700 साल पुराना खजाना, कलेक्टर सहित ASI अधिकारी हैरान

पन्ना जिले जिसे हीरों, झीलों और मंदिरों का जिला कहा जाता है। यहां एक पुराने मंदिर का अवशेष पाया गया है इनमें से कुछ जमीन के अंदर दबे हुए हैं। जिनकी खुदाई ASI करवा रही है। ऐसा ही एक मंदिर जिले के नचना कुठारा गांव में है। जिसे चौमुख नाथ मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर परिसर में टीलो की खुदाई में सबसे प्राचीन मंदिर के अवशेष और शिवलिंग मिला है।

धार्मिक ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक

इस क्षेत्र में सदियों पुराने मंदिर स्थित हैं, जो एक पुराने संस्कृति और धार्मिक ऐतिहासिक विरासत का प्रतीक हैं। खुदाई कार्यों के दौरान, चौमुखनाथ मंदिर परिसर में मिले हैं। यहां के मंदिरों की उत्कृष्टता को देखते हुए, विशेषज्ञों ने उन्हें पहली से पांचवीं सदी के बीच का अंतिम काल माना है। खुदाई के दौरान, सावधानी बरती जा रही है। ताकि किसी भी ऐतिहासिक स्थल को हानि ना पहुंचे। जनता को इस ऐतिहासिक महत्वपूर्ण खोज के बारे में जागरूक किया जा रहा है।

इस मंदिर के लिए ऐसा कहा जा रहा है कि यह मंदिर पहली से पांचवीं सदी के बीच के हो सकते हैं। हालांकि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम यहां खुदाई कर रही है। जिसमें और भी प्राचीन मंदिर और प्रतिमाएं मिलने की संभावना है।

पाँचवीं सदी का पुराना शिवलिंग

खोज का कार्य Archaeological Survey of India (ASI) द्वारा किया जा रहा है, जिसमें टीलों की खुदाई शामिल है। टीलों की खुदाई में प्राचीन मंदिर के अवशेष और शिवलिंग मिला है। जिसे दावा किया जा रहा है कि यह पहली से पाँचवीं सदी के बीच का हो सकता है।

जानकारी के अनुसार भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग के द्वारा पन्ना जिले के नचना कुठारा गांव में स्थित पांचवीं सदी के प्राचीन मंदिर चमक नाथ मंदिर परिसर में आठ टीलों को चिन्हित किया गया था। जिसमें प्राचीन मंदिर व प्रतिमाओं के मिलने की संभावना है। 4 मार्च से खुदाई का काम शुरू कर दिया गया था। जहां 15 दिन की खुदाई में दो टीलों की खुदाई हो रही है। जिसमें शिव मंदिर के अवशेष व एक शिवलिंग मिला है।

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प्राचीन मंदिर और शिवलिंग के अवशेष

जानकारों का मानना है कि जब यहां स्थित पार्वती मंदिर गुप्तकालीन पांचवीं सदी के मौजूद है तो खुदाई में मिला शिवलिंग व मंदिर के अवशेष देश के सबसे प्राचीन यानी कि पहली सदी से पांचवीं सदी के बीच के हो सकते हैं। हालांकि ASI विभाग के कर्मचारियों की मौजूदगी में यहां खुदाई का कार्य जारी है। और किसी भी प्रकार से शासकीय संपत्ति को हानि ना हो उसके लिए ASI पूर्ण रूप से सतर्कता बरत रहा है। मजदूरों व हाथ के औजारों से बारीकी से काम किया जा रहा है। खुदाई के दौरान चिन्हित टलो में धागे का सर्किल भी बनाया गया है।

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