सीखो कमाओ योजना के तहत युवाओं को 8-10 हज़ार रुपए प्रतिमाह देने का ऐलान, जानिये क्या है मोहन सरकार का एक्शन

सीखो कमाओ योजना: मध्य प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले साल 22 अगस्त 2023 को सीखो कमाओ योजना को आरंभ किया था। इस योजना के तहत युवाओं को 46 अलग-अलग क्षेत्र में 700 से भी अधिक कोर्स का प्रशिक्षण उपलब्ध कराने के साथ-साथ 8 से 10 हज़ार प्रतिमाह स्टाइपेंड भी देने की घोषणा की गई थी। वहीं इस योजना के तहत प्रदेश के 8 लाख से भी अधिक युवाओं ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था। 

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लांच की गई सिखों कमाई योजना के अंतर्गत हर वर्ग के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था पर दुर्भाग्य से प्रदेश से शिवराज सरकार का कार्यकाल समाप्त हो गया जिसके बाद मोहन यादव की सरकार बनी। सत्ता में आते ही मोहन यादव ने पूर्व से संचालित सभी योजनाओं को आगे बढ़ाया पर सीखो कमाओ योजना का संचालन वहीं रुका हुआ है। 

मोहन यादव ने नहीं लिया कोई एक्शन 

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा सिखों कमाओ योजना को आरंभ किया गया था जिसके बाद चुनावी उलटफेर के बाद प्रदेश में नए सीएम मोहन यादव की सरकार बनी। सत्ता की कुर्सी पर आने के बाद CM डॉ मोहन यादव ने यह ऐलान किया था कि पूर्व से संचालित सभी योजनाओं को निरंतर चलाया जाएगा पर इसके बावजूद CM डॉ मोहन यादव ने अभी तक इस योजना के तरफ किसी तरह का कोई ध्यान नहीं दिया और युवाओं को आज तक योजना का लाभ प्राप्त न हो सका। 

युवाओं को नहीं मिला 8-10 हज़ार रुपए प्रतिमाह का लाभ   

मुख्यमंत्री सीखो कमाई योजना के तहत युवाओं को 46 अलग-अलग क्षेत्रों में 700 से भी अधिक कोर्स का प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाना था, सिर्फ यही नहीं बल्कि युवाओं को प्रशिक्षण प्राप्त करने के दौरान 8 से 10 हज़ार रुपए उनकी क्वालिफिकेशन के हिसाब से स्टाइपेंड भी मिलना था पर युवाओं को अब तक ना तो कोई प्रशिक्षण प्राप्त हुआ और ना ही कोई स्टाइपेंड। 

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सालाना 1 लाख युवाओं को लाभ पहुंचाने का था लक्ष्य  

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश के युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए सीखो कमाओ योजना को आरंभ करते हुए सालाना 1 लाख युवाओं को प्रशिक्षण उपलब्ध कराकर योजना के प्रति लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था पर मोहन यादव के राज में इस योजना का जरा सा भी क्रियान्वयन नहीं किया गया और युवाओं के हाथ सिवाय निराशा की और कुछ नहीं लगा। 

युवाओं को है सिलेक्शन का इंतजार 

प्रदेश में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान युवा वोटर को एक पक्ष करने के लिए मुख्यमंत्री सीखो कमाई योजना नें अहम भूमिका निभाई थी। इस योजना के तहत 8 लाख से भी अधिक युवाओं ने रजिस्ट्रेशन किया था पर उन्हें अब तक इस योजना के तहत किसी प्रकार का कोई लाभ नहीं पहुंचाया गया। प्रदेश के लाखों युवा लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं सेलेक्ट होकर प्रशिक्षण प्राप्त करने और प्रतिमाह 8-10  हज़ार रुपए स्टाइपेंड का। 

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