इस बार मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा गेहूं बेचने के लिए रजिस्ट्रेशन हुए हैं। अन्य राज्यों के मुताबिक मध्य प्रदेश गेहूं बेचने के लिए सबसे आगे है। इसके लिए प्रदेश में गेहूं की एमएसपी 2275 रुपए प्रति क्विंटल है। इस एमएसपी पर किसानों को 125 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस भी सरकार के द्वारा दिया जा रहा है। तो कुल मिलाकर मध्य प्रदेश में किसानों को गेहूं का मूल्य 2400 रुपये प्रति क्विंटल दिया जा रहा है। लेकिन दूसरी तरफ़ किसानों को गेहूं की सफाई हेतु खरीद केंद्र पर सफाई का खर्चा देना होगा। क्या है पूरा मामला आज यहां विस्तार से जानेंगे।
मध्य प्रदेश में अब तक पांच लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद
मध्य प्रदेश में अब तक मिली जानकारी के अनुसार सबसे ज्यादा गेहूं खरीदा गया है। अन्य राज्यों के मुकाबले मध्य प्रदेश में गेहूं की सबसे ज्यादा बिक्री हुई है। जानकारी के अनुसार अब तक 4,81,080 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। इस साल मध्य प्रदेश एक ऐसा राज्य बन गया है जो कि पूरे देश में गेहूं खरीदी को लेकर सबसे आगे है। पिछले साल 2023 में मध्य प्रदेश में 80 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का उद्देश्य था। लेकिन पिछले साल प्रदेश में केवल 71 लाख मैट्रिक टन ही गेहूं की खरीद हुई थी।
गेहूं की खरीद की स्थिति
गेहूं के समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए मध्य प्रदेश प्रशासन लगातार काम कर रहा है। इसके लिए 130 उपार्जन केंद्रों की लिस्ट जारी की गई हैं। जबलपुर के कलेक्टर दीपक सक्सेना ने बताया कि समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी में किसी तरह की कोई भी गलती की गुंजाइश नहीं की जाएगी। गेहूं खरीदी के लिए उपार्जन केंद्रों का चयन किया जाएगा। कुल मिलाकर 130 उपार्जन केंद्रों में से 119 उपार्जन केंद्र सहकारी समितियां मार्केटिंग फेडरेशन उपभोक्ता संघ इस समय चला रहे हैं। और 11 उपार्जन केंद्र जिसमें से पनागर के 6 और मजली के 5 केंद्र हैं। और यह कार्यभार स्वयं सहायता समूह को सौपा गया है।
गेहूं खरीदी 300 करोड़ के बोनस का प्रावधान
गेहूं खरीदी को लेकर मुख्यमंत्री मोहन यादव जी की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया कि गेहूं खरीद पर किसानों को 125 रुपए प्रति क्विंटल बोनस दिया जाएगा। सरकार ने गेहूं की खरीद के लिए 300 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है। इसके अनुसार किसानों को राज्य विपणन संघ को खाद के लिए 850 करोड़ रुपये मिलेंगे।
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मध्य प्रदेश में किसानों को देना होगा गेहूं सफाई का शुल्क
मध्य प्रदेश में किसानों को गेहूं की साफ सफाई करने के लिए 6 रुपए से लेकर 20 रुपए प्रति क्विंटल की धनराशि देनी होगी। इसके लिए जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आदेश जारी कर दिए हैं। गेहूं के उपार्जन केंद्र में कई सामग्रियां उपलब्ध कराई गई हैं। जिसके द्वारा गेहूं को साफ किया जा रहा है। गेहूं की साफ-सफाई करने के लिए मजदूर रखे गए हैं। इन मजदूरों को खर्चा देने के लिए सभी किसानों को सफाई का खर्चा देना अति आवश्यक है।
अगर आप इस गेंहू की सफाई के खर्चे से बचना चाहते हैं तो आपको अपने घर से ही गेंहू साफ करके मंडी ले जाना होगा। क्योंकि प्रशासन द्वारा पहले ही यह सख्त निर्देश दे दिए गए हैं कि बिना छना हुआ गेंहू नहीं मंडी में नहीं लिया जाएगा और अगर किसान भाईयों द्वारा बिना साफ़ किया गेहूं लाया जाता है तो सफाई का खर्चा स्वयं किसानों को देना होगा।
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