‘भारत रत्न’ देश का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। यह सम्मान उन महान हस्तियों को दिया जाता है जिन्होंने कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल जैसे क्षेत्रों में असाधारण और सर्वोच्च सेवा दी हो। भारत रत्न को किसी भी जाति, समुदाय, जेंडर या व्यवसाय को मद्देनज़र रखे बिना किसी व्यक्ति को मशहूर कारनामों के लिए दिया जाता है। खेल के क्षेत्र में कोई खास उपलब्धि हासिल करने वालों को भारत रत्न से सम्मानित करने का प्रावधान पहले नहीं था लेकिन बाद में खिलाड़ियों को भारत रत्न से सम्मानित करने का प्रावधान आरंभ कर दिया गया।
देश में भारत रत्न की शुरुआत भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद द्वारा 2 जनवरी 1954 में की गई थी। पहले इस सम्मान को जीवित व्यक्तियों को ही उपलब्ध कराया जाता था लेकिन वर्ष 1955 में यह प्रावधान जोड़ा गया कि व्यक्तियों को मरणोंप्रान्त भी यह सम्मान प्रदान किया जाएगा। भारत रत्न से सिर्फ भारतीयों को ही नहीं बल्कि गैर भारतीयों को भी सम्मानित किया जाता है।
भारत रत्न को 1 साल में अधिकतम तीन विभिन्न व्यक्तियों को ही सम्मानित किया जा सकता है, हालांकि यह संख्या किसी परिस्थिति में घट तो सकती है लेकिन किसी भी हाल में बढ़ नहीं सकती। बता दे कि भारत रत्न प्राप्तकर्ता को राष्ट्रपति द्वारा एक पदक के साथ हस्ताक्षरित प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाता है इसके अतिरिक्त उस व्यक्ति को कोई धनराशि उपलब्ध नहीं कराई जाती।
भारत रत्न किसे दिया जाता है
भारत रत्न भारत का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान है। यह उस व्यक्ति को दिया जाता है जिसने कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और खेल आदि जैसे क्षेत्रों में सर्वोच्च योगदान दिया हो। यह सम्मान किसी भी व्यक्ति को जाति, लिंग, व्यवसाय व पद के आधार पर नहीं दिया जाता। भारत रत्न देश के राष्ट्रपति द्वारा दिया जाता है जिसके लिए नाम की सिफारिश देश के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति से करते हैं।
भारत रत्न कैसा दिखता है
भारत रत्न का आकार पूर्व में 35 MM गोलाकार स्वर्ण मेडल में था लेकिन बाद में इसके आकार में बदलाव करते हुए एक तांबे के बने पीपल के पत्ते के ऊपर चमकता हुआ सूर्य बनाया गया और उसके नीचे चांदी से भारत रत्न लिखा गया। भारत रत्न को सफेद फिते में लगाकर गले में पहना जाता है।
भारत रत्न पाने वालों को क्या लाभ मिलता है
भारत रत्न पाने वालों को देश के राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक प्रमाण पत्र और मेडल दिया जाता है, इसके अलावा भारत रत्न प्राप्तकर्ता को किसी प्रकार की कोई धनराशि उपलब्ध नहीं कराई जाती। हालांकि इस सम्मान को पाने वालों को देश की कई सुविधाएं मुहीय्या कराई जाती है जिनके बारे में हमने नीचे चर्चा की है:-
- भारत रत्न प्राप्तकर्ता को टैक्स भरने में छूट मिलती है।
- भारत रत्न प्राप्तकर्ता को खास सरकारी कार्यक्रमों में भाग लेने का निमंत्रण मिलता है।
- भारत रत्न प्राप्तकर्ता को वारंट ऑफ प्रेसिडेंट में जगह मिलती है।
- भारत रत्न प्राप्तकर्ता को ट्रेन, बस और हवाई जहाज में निशुल्क यात्रा करने का लाभ मिलता है।
- भारत रत्न सम्मानित व्यक्तियों को संसदीय बैठकों में और सत्र में भाग लेने का अवसर मिलता है।
- भारत रत्न सम्मानित व्यक्ति यदि किसी राज्य में घूमने जाते हैं तो उन्हें राज्य के अतिथि का दर्जा मिलता है।
- भारत रत्न से सम्मानित व्यक्तियों को कैबिनेट मंत्री के बराबर VIP दर्जा मिलता है।
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भारत रत्न से सम्मानित महान व्यक्तियों की सूची
भारत रत्न संस्थापित होने से लेकर अब तक कुल 48 महान हस्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। भारत सरकार द्वारा मिली सूचना के मुताबिक इस साल 2024 में कर्पूरी ठाकुर और लालकृष्ण आडवाणी को भी भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा, जिनको मिलाकर भारत रत्न प्राप्त कर्ताओं की संख्या कुल 50 हो जाएगी।
भारत रत्न से सम्मानित हस्तियां :-
- डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन – 1954
- चक्रवर्ती राजगोपालाचारी – 1954
- डॉ चंद्रशेखर वेंकट रमन – 1954
- सर डॉ एम विश्वेश्वरैयाया – 1955
- जवाहर लाल नेहरू – 1955
- डॉ भगवान दास – 1955
- गोविन्द बल्लभ पन्त – 1957
- धोंडो केशव कर्वे – 1958
- बिधान चंद्र रॉय – 1961
- पुरुषोत्तम दास टंडन – 1961
- राजेंद्र प्रसाद – 1962
- जाकिर हुसैन – 1963
- पांडुरंग वामन काणे – 1963
- लाल बहादुर शास्त्री – 1966
- इंदिरा गाँधी – 1971
- वी॰ वी॰ गिरि – 1975
- के. कामराज – 1976
- मदर टेरेसा – 1980
- विनोबा भावे – 1983
- ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान – 1987
- एम जी रामचन्द्रन – 1988
- बी आर अम्बेडकर – 1990
- नेल्सन मंडेला – 1990
- राजीव गांधी – 1991
- वल्लभ भाई पटेल – 1991
- मोरारजी देसाई – 1991
- अबुल कलाम आजाद – 1992
- जे आर डी टाटा – 1992
- सत्यजित राय – 1992
- गुलजारी लाल नंदा – 1997
- अरुणा आसफ अली – 1997
- ए पी जे अब्दुल कलाम – 1997
- एम एस सुब्बुलक्ष्मी – 1998
- चिदम्बरम सुब्रमण्यम – 1998
- जयप्रकाश नारायण – 1998
- अमर्त्य सेन – 1999
- गोपीनाथ बोरदोलोई – 1999
- रवि शंकर – 1999
- लता मंगेशकर – 2001
- बिस्मिल्लाह खान – 2001
- भीमसेन जोशी – 2008
- सी एन आर राव – 2014
- सचिन तेंदुलकर – 2014
- मदन मोहन मालवीय – 2015
- अटल बिहारी बाजपेयी – 2015
- प्रणब मुख़र्जी – 2019
- भूपेन हजारिका – 2019
- नानाजी देशमुख – 2019
- कर्पूरी ठाकुर – 2024
- लालकृष्ण आडवाणी – 2024
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