MP News: मध्य प्रदेश के कटनी जिले में जीआरपी थाने के एक वायरल वीडियो ने पूरे मध्य प्रदेश सहित देश में सनसनी फैला दी है। इस वायरल वीडियो में एक बुजुर्ग महिला और उसके पोते पर पुलिसकर्मियों द्वारा की गई बेरहमी और मारपीट को देखा जा सकता है। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा किया, बल्कि मध्य प्रदेश सरकार को भी तुरंत हरकत में ला दिया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव की सख्त कार्रवाई
वीडियो के वायरल होते ही मुख्यमंत्री मोहन यादव ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इस मामले की जानकारी साझा करते हुए बताया कि जैसे ही यह मामला उनके संज्ञान में आया, उन्होंने तत्काल डीआईजी रेल को जांच के लिए कटनी भेजा। प्रारंभिक जांच के आधार पर कटनी जीआरपी थाने के तत्कालीन प्रभारी अरुणा वाहने सहित 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने साफ शब्दों में कहा कि, “मध्य प्रदेश में अब इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। साथ ही उन्होंने आगे कहा कि मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।”
थाना जी.आर.पी कटनी के अधिकारी/कर्मचारियों द्वारा मारपीट का एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मेरे संज्ञान में आने पर तुरंत आज सुबह DIG Rail को जांच हेतु मौके पर भेजने का निर्देश दिया गया था। प्रारंभिक जांच अनुसार तत्कालीन थाना प्रभारी जी.आर.पी कटनी सहित एक प्रधान…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) August 29, 2024
देखें पुलिस प्रशासन का बयान
इस मामले पर जबलपुर रेलवे के एसपी सिमाला प्रसाद ने बताया कि इस मामले में सस्पेंड किए गए पुलिसकर्मियों में टीआई अरुणा वाहने, प्रधान आरक्षक अजय श्रीवास्तव, और चार अन्य आरक्षक शामिल हैं। उन्होंने आगे यह भी बताया कि पूरे मामले की जांच आईजी रेलवे मोनिका शुक्ल के नेतृत्व में की जाएगी।
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इस मामले पर आई राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस मामले पर कांग्रेस ने सरकार पर जमकर निशाना साधा और यह घटना राजनीतिक प्रतिक्रिया का रूप ले लिया। एमपी कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य में दलित उत्पीड़न की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है। जीतू पटवारी ने यह भी कहा कि, “मध्य प्रदेश में दलित उत्पीड़न एक सामान्य घटना बन चुकी है, और सरकार को अब जागना चाहिए।”
घटना के पीछे के असली कारण
जीआरपी थाने की यह घटना और वायरल वीडियो में दिखाई देने वाली मारपीट का असली कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। हालांकि, शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, यह मामला थाने में बंदी बनाए गए लोगों के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की तरह प्रतीत होता है। फ़िलहाल इस मामले की जांच जारी है और आगे की कार्रवाई रिपोर्ट के आधार पर की जाएगी।
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मध्य प्रदेश के कटनी की इस घटना ने एक बार फिर से पुलिस प्रशासन में सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है। हालांकि मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा लिए गए सख्त कदम सकारात्मक संकेत देते हैं, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि आगे की जांच में क्या निष्कर्ष सामने आते हैं और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाती है। समाज में न्याय की आवश्यकता और पुलिस बल में अनुशासन की मांग इस घटना के बाद और भी महत्वपूर्ण हो गई है।
हालांकि इस तरह की घटनाएं हमारे मध्य प्रदेश के भविष्य की गंभीर चिंताएं पैदा करती हैं, और यह आवश्यक है कि हम सभी एक सुरक्षित और न्यायपूर्ण समाज के निर्माण में अपना योगदान दें। और अपने आप को जागरूक करने के साथ समाज को जागरूक करें।