स्कूल जाने वाले बच्चे हो या फिर कॉलेज स्टूडेंट सभी के मन में डर पैदा हो जाता है। वहीं सभी की यह इच्छा रहती है की वह एग्जाम में अच्छे नंबरों से पास हो जाएं जिस बीच स्टूडेंटस एग्जाम में पास होने के लिए गलत रास्ता भी अपना लेते हैं। ठीक ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश की एक यूनिवर्सिटी से सामने आया है।
दरअसल उत्तर प्रदेश की एक यूनिवर्सिटी में पिछले साल एग्जाम्स आयोजित किए गए थे जिसमें कुछ स्टूडेंट ने आंसर शीट में पूछे गए सवालों के जवाब की जगह पर जय राम जी और विराट कोहली सहित अन्य क्रिकेटरों के नाम लिख दिए और वह पास भी हो गए। वहीं पड़ताल के दौरान 2 टीचरों को सस्पेंड कर दिया गया है।
यूनिवर्सिटी के एक छात्र ने दर्ज की RTI
एग्जाम में हुई बेईमानी को लेकर यूनिवर्सिटी के ही दिव्यांशु सिंह नाम के एक छात्र ने पिछले साल 3 अगस्त 2023 को यूनिवर्सिटी प्रशासन के पास RTI दर्ज की थी। छात्र द्वारा दर्ज की गई आरटीआई के अनुसार फार्मेसी के फर्स्ट ईयर के 18 छात्रों के आंसर शीट को दोबारा चेक करने की मांग की गई। वहीं फार्मेसी स्टूडेंट दिव्यांशु सिंह की मांग पर विभाग ने आंसर शीट का दोबारा मूल्यांकन किया जिस बीच आंसर शीट में जवाबों की जगह पर इधर-उधर की बातें पाई गई। बता दें दिव्यांशु सिंह ने इसके लिए विभाग को उन 18 छात्रों के रोल नंबर भी उपलब्ध कराए थे।
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आंसर शीट में लिखें ‘जय राम जी’ और सिख ‘क्रिकेटरों’ के नाम
उत्तर प्रदेश के जौनपुर की वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी में पिछले साल फर्स्ट ईयर के एग्जाम आयोजित किए गए थे जिसमें फार्मेसी के 18 छात्रों ने आंसर शीट में सवालों के जवाबों की जगह पर ‘जय राम जी’ और विराट कोहली, रोहित शर्मा, हार्दिक पांड्या जैसे क्रिकेटरों के नामों के साथ-साथ फिल्मी गाने लिखे। वहीं इस बीच सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि छात्रों की इतनी बड़ी गैर कानूनी हरकत के बावजूद एग्जामिनर डॉ विनय वर्मा और डॉ मनीषा गुप्ता ने उन्हें अच्छे नंबरों से पास कर दिया।
छात्रों को पास करने पर 2 टीचर हुए सस्पेंड
एग्जाम में आंसर शीट में जय राम जी, क्रिकेटरों के नाम और फिल्मी गाने लिखने पर छात्रों को अच्छे नंबरों से पास करने के अपराध में यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एग्जामिनर डॉ विनय वर्मा और डॉ मनीषा गुप्ता को सस्पेंड कर दिया। वहीं फर्स्ट ईयर स्टूडेंट दिव्यांशु सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के मुताबिक इन दोनों टीचरों ने फार्मेसी के 18 छात्रों को अच्छे नंबरों से पास करने के लिए रिश्वत ली थी।
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