मीटर चेकिंग अभियान: लगातार बिजली की बढ़ रही चोरी और मीटर में गड़बड़ी के मामलों को काबू में करने के लिए अब बिजली विभाग सख्त रवैया अपनाने पर आ चुका है। बिजली विभाग द्वारा तैयारियां की जा रही है कि बिजली से संबंधित सारी जानकारियां, बिजली उपभोक्ताओं का सारा रिकॉर्ड एक गूगल ऐप में दर्ज किया जा सके इससे यह पता लगाना आसान हो जाएगा कि उपभोक्ताओं द्वारा हर महीने कितनी बिजली खर्च की जा रही है और उसे वास्तव में कितनी बिजली की जरूरत है।
बिजली विभाग ने चलाया चेकिंग अभियान
बिजली निगम द्वारा उपभोक्ताओं के मीटर की संपूर्ण जानकारी के साथ वह कितनी बिजली का उपयोग कर रहे हैं इन सब की जांच के लिए बिजली विभाग की टीमें उपभोक्ताओं के घर-घर जाकर कंप्लीट निरीक्षण कर रहीं हैं। बता दें बिजली विभाग द्वारा घर-घर जाकर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है जिसको शहरी क्षेत्र से शुरू किया गया है और इसमें 2.27 लाख शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उपभोक्ताओं की जानकारी होगी एप में दर्ज
बिजली विभाग द्वारा शहरी क्षेत्र से घर-घर पहुंच कर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत निगम का एक अधिकारी मीटर रीडिंग करने वाले व्यक्ति के साथ उपभोक्ताओं के घरों के अंदर जाकर जांच कर रहा है इस दौरान यह देखा जा रहा है कि उपभोक्ताओं का मीटर कहां लगा है और वह बाईपास तो नहीं कर रहा साथ ही उसे असल में कितनी बिजली की आवश्यकता है और वह कितनी बिजली का उपयोग कर रहा है यह सारी जानकारी बिजली निगम का अधिकारी गूगल ऐप में दर्ज करेगा जिसके बाद रिकॉर्ड्स की सारी जानकारी संबंधित क्षेत्र के अधिशासी अभियंताओं तक पहुंच जाएगी।
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मीटर रीडरों के लिए मिल रही थी शिकायतें
बिजली निगम के पास उपभोक्ता द्वारा निरंतर यह शिकायतें आ रही थी कि मीटर रीडर बिना उपभोक्ताओं के घरों तक जाए अपनी मनमानी से बिजली का बिल निकाल रहे हैं और मीटर के साथ की गई छेड़खानी से सेटिंग के आधार पर जिस उपभोक्ता की बिजली खपत ज्यादा है उसका कम बिल आ रहा है। बता दे जांच की शुरुआती दिनों में ही बहुत गड़बड़ी के मामले सामने आए हैं। तकरीबन सात दिनों में ही 6367 मीटर की जांच हुई जिस दौरान 61 मीटर चाइना के पाए गए तो वहीं 14 मीटर खराब मिले।