मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों के लिए घोषणा जारी कर दी है। इस घोषणा के तहत अब अतिथि शिक्षकों की परेशानी और बढ़ गई है। क्योंकि इस घोषणा में यह बताया गया है कि अब अतिथि शिक्षकों को केवल 30 अप्रैल तक ही काम करने की अनुमति दे दी गई है।
अतिथि शिक्षकों की परेशानियां
मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं। क्योंकि अतिथि शिक्षकों के लिए 12 महीने का वेतन भुगतान करने और अतिथि शिक्षकों की सेवा को आगे सुरक्षित करने की घोषणा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने 2023 में कर दी थी। लेकिन अभी अतिथि शिक्षकों के लिए यह आदेश जारी कर दिया गया है कि उनको केवल 30 अप्रैल तक ही सेवा में रखा जाएगा।
तो ऐसे में अब अतिथि शिक्षकों पर परेशानियों का पहाड़ टूट गया है। इसके कारण मध्य प्रदेश के समस्त अतिथि शिक्षकों के लिए जल्द अनुबंध समाप्त करने के आदेश पर अतिथि शिक्षकों ने अपना ज्ञापन सौंपा है। इस आदेश में अतिथि शिक्षकों को उनकी सेवा 30 अप्रैल तक ही लेने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
अतिथि शिक्षकों को केवल 30 अप्रैल 2024 तक सेवा में रखा जाएगा
अब मध्य प्रदेश में अतिथि शिक्षकों ने कलेक्टर के माध्यम से अपनी बात को माननीय मुख्यमंत्री मोहन यादव जी तक पहुंचाने का प्रयास किया है। इसके लिए शिक्षण संचालनालय के पत्र के विरोध में बीपीएड संघ और अतिथि शिक्षकों के संघ ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर संयुक्त कलेक्टर शशि मिश्रा को ज्ञापन सौंपा है। मध्यप्रदेश शासन के द्वारा अतिथि शिक्षकों को साल के 12 महीने रखे जाने की अनुबंध की घोषणा की गई थी। लेकिन लोक शिक्षण संचालनालय के पत्र में साफ उल्लेख किया गया है कि 30 अप्रैल 2024 तक ही अतिथि शिक्षकों की सेवाएं ली जाएं जिससे अब अतिथि शिक्षक काफी परेशान है।
बीपीएड संघ मध्य प्रदेश संगठन मंत्री पंकज भार्गव ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले सितंबर 2023 में मध्य प्रदेश शासन के द्वारा अतिथि शिक्षकों की एक बैठक की गई। जिसमें अतिथि शिक्षकों को उनके भविष्य के बारे में दृष्टिगत किया गया और उनके लिए कई घोषणाएं की गई। इसके अनुसार अब पूरे साल के अनुबंध का पैसा अतिथि शिक्षकों को दिया जाएगा। लेकिन अभी हाल ही में लोक शिक्षण के आदेश के अनुसार अतिथि शिक्षकों की परेशानियां ज्यादा बढ़ गई हैं।
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अतिथि शिक्षक अपनी मांग को मुख्यमंत्री मोहन यादव जी तक पहुंचाएंगे
अतिथि शिक्षकों की सेवाएं स्कूल शिक्षा विभाग में शैक्षिक सत्र 2023-24 में 30 अप्रैल तक होगी। इस तिथि के पश्चात अतिथि शिक्षकों को वेतनमान का भुगतान नहीं किया जाएगा। वही अतिथि शिक्षकों ने कहा है कि हमारे आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। हम अपने परिवार का पालन पोषण नहीं कर सकते हैं तो हमें शेष 2 महीने तक अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य करने का मौका दिया जाए।
अतिथि शिक्षक इसके खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे हैं। और मुख्यमंत्री मोहन यादव तक अपनी समस्या पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि उनकी आर्थिक स्थिति काफी कठिन है और इस आदेश से उनकी समस्या और भी बढ़ गई है।
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