मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव के पहले चरण में लापरवाही के चलते 2 अधिकारी निलंबित, देखें पूरा मामला

मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के दौरान, कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी ने निर्धारित प्रक्रियाओं के उल्लंघन एवं लापरवाही के कारण दो अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इनमें से एक मयंक मकरंद वर्मा वरिष्ठ अनुसंधान सहायक, राज्य वन अनुसंधान और दूसरे शकील अंसारी, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर हैं।

वरिष्ठ अनुसंधान सहायक मयंक मकरंद वर्मा को किया निलंबित

मयंक मकरंद वर्मा, वरिष्ठ अनुसंधान सहायक, राज्य वन अनुसंधान,के अधिकारी को किया निलंबित हैं। सहायक रिटर्निंग अधिकारी (लोकसभा निर्वाचन 2024), विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 98-जबलपुर उत्तर, ने प्रतिवेदन क्रं. निर्वा./2024 जबलपुर दिनांक 19.04.2024 में बताया कि लोकसभा निर्वाचन 2024 के दौरान वीडियो प्राप्त हुआ, जिसमें VVP।AT क्रं. BVTE019945 में मतदान करते हुए दिखाई गई। उक्त मतदाता जमा खाना द्वारा वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया और मतदान की गोपनीयता को भंग किया गया।

उक्त VVPAT मतदान केंद्र क्रं. 61 में होने की जाँच के बाद पता चला कि वह श्री मयंक मकरंद वर्मा, वरिष्ठ अनुसंधान सहायक, राज्य वन अनुसंधान संस्थान, जबलपुर, पीठासीन अधिकारी के रूप में नियुक्त है। इसे लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा 128 और उपबंध 1 के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की कार्यवाही की जा रहा है।

रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के शकील अंसारी निलंबित

शकील अंसारी, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, सस्पेंड किया गया है। अनुविभागीय अधिकारी और सहायक रिटर्निंग अधिकारी (लोकसभा निर्वाचन 2024), विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 100-जबलपुर पश्चिम, ने प्रतिवेदन क्रं. 170/लोक/निर्वा./2024 जबलपुर दिनांक 19.04.2024 में दर्ज किया है कि लोकसभा निर्वाचन 2024 के अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 100-जबलपुर पश्चिम में मतदान हो रहा है। एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसमें VVPAT क्रं. BVTE011169 में वोट डालते हुए दिखाई गई है। उक्त वीडियो मतदाता उवेश अंसारी द्वारा बनाया गया है और मतदान की गोपनीयता को भंग किया गया है।

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विरूद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 128 और उपबंध-1 के अनुसार प्राथमिकी दर्ज करने की कार्यवाही की जा रही है। EVM आबंटन सूची के अनुसार पता चला कि उक्त मतदान केंद्र क्रमांक 83 में आबंटित है। क्रमांक 83 ,में पूछताछ करने पर पाया गया कि पीठासीन अधिकारी श्री शकील अंसारी, अधीक्षक कॉन्फिडेंशियल सेक्शन, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की मौजूदगी में मतदान केंद्र के भीतर मोबाइल पाया गया जो कि पूरी तरह से प्रतिबंधित है।

श्री शकील अंसारी द्वारा अपने कर्तव्यों में लापरवाही की गई है और अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन नहीं किया गया है, जिससे मतदान की गोपनीयता को भंग किया गया है। सहायक रिटर्निंग अधिकारी द्वारा पीठासीन अधिकारी श्री शकील अंसारी, अधीक्षक कॉन्फिडेंशियल सेक्शन, रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर, के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए प्रस्तावित किया गया है।

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