MP Teacher Bharti News: मध्य प्रदेश में 2 परीक्षाएं पास करने के बावजूद शिक्षकों को नहीं मिल पा रही नौकरी

मध्य प्रदेश में वर्ग 1 की शिक्षा भर्ती प्रक्रिया में विवाद है। कई उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है, लेकिन उनकी नियुक्ति अब तक नहीं हुई है। पदों की कमी और विभाजन के कारण उम्मीदवारों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को उम्मीदवारों की मांगों को समझने और भर्ती प्रक्रिया में सुधार करने की आवश्यकता है। उम्मीदवारों का समर्थन महत्वपूर्ण है ताकि शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर निर्णय लिए जा सकें।

मध्य प्रदेश में उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती

मध्य प्रदेश के उच्च माध्यमिक वर्ग 1 की शिक्षा भर्ती में योग्य उम्मीदवारों ने दोनों परीक्षाओं में सफलता प्राप्त की है, लेकिन उनकी नियुक्ति पर अब तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। मध्य प्रदेश में वर्ग 1 की शिक्षक भर्ती पर विवाद जिससे उम्मीदवारों के बीच असमंजस है। मध्य प्रदेश में यह पहली बार है जब ऐसा हुआ है कि एक ही भर्ती के लिए दो बार परीक्षा आयोजित की गई है। सरकार जल्द से जल्द इसका निर्णय लेगी और उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए कोई फैसला सुनाएगी।

परीक्षा में पास उम्मीदवारों

योग्य उम्मीदवारों ने दोनो परीक्षा पास की है, लेकिन उनकी नियुक्ति नहीं हो पा रही है। इसके पीछे का कारण है वर्ग 1 की भर्ती में पदवृद्धि होना। 2023 में उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा के लिए 8720 पदों की घोषणा की गई थी, जिसमें से 3000 पद बैकलॉग के थे। प्रदेश में हजारों पद खाली हैं, लेकिन इस भर्ती में अन्य राज्यों के उम्मीदवारों को भी शामिल किया गया है।

शिक्षा विभाग की कड़ी नज़र

अतिथि शिक्षकों का कोटा भी है, जिससे 16 विषयों पर भर्ती होनी है। ऐसे में पूरी भर्ती ही टॉपर के बीच हो जा रही है, जिससे अन्य चयनित उम्मीदवारों को कोई मौका नहीं मिल रहा है। भर्ती-2023 में ट्राइबल विभाग ने अपने रोस्टर में EWS कैटेगिरी को शामिल नहीं किया है, जिससे इस वर्ग के उम्मीदवारों की नियुक्ति नहीं हो पा रही है। सरकार जल्द से जल्द इसका निर्णय लेगी और उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती के लिए कोई फैसला सुनाएगी।

यह भी पढ़ें – मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया ऐलान, 13 नर्सिंग कॉलेज, किसानों को बोनस, विपणन को 850 करोड़ रुपए की सब्सिडी

जातिगत आरक्षण लागू

इस भर्ती के लिए जातिगत आरक्षण भी लागू होता है, जिससे भर्ती प्रक्रिया केवल टॉपर्स के लिए हो रही है, और अन्य उम्मीदवारों को कोई मौका नहीं मिल रहा है। प्रत्येक विषय में नवीन पदों की संख्या छह से आठ है, जिससे अधिकांश उम्मीदवारों को चयनित नहीं किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री से मांग की गई है, लेकिन अभी तक कोई प्रावधानिक कार्रवाई नहीं की गई है।

यह भी पढ़ें – पीएम मोदी ने महिलाओं के खाते में भेजे 1000 रुपये, अगर आपके खाते में नहीं आए तो जल्दी करें ये काम

Author

Leave a Comment

Your Website