जबलपुर से हाईकोर्ट आफ मध्य प्रदेश ने 2023 में उत्तीर्ण घोषित होने के बाद उच्च माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा में भाग लेने वाले 500 उम्मीदवारों की नियुक्ति को अपने निर्णय के अधीन किया है। इनमें से सभी को हिंदी विषय की शिक्षक के रूप में सरकारी सेवा में नियुक्ति दी गई है।
अभ्यावेदन का निराकरण न करने पर हाईकोर्ट में लगाई याचिका
MPESB द्वारा अभ्यावेदन का निराकरण न करने के कारण, एक याचिका हाईकोर्ट में दाखिल की गई है। इसमें उच्च माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा- 2023 में हिंदी के लिए विज्ञापित 500 पदों की भर्ती के परिणामों पर ही निर्णय देने का आग्रह किया गया है।
याचिकाकर्ता भगवत नारायण गुप्ता ने इस याचिका के माध्यम से अपने उत्तर कुंजी और समिति द्वारा प्रश्न को नहीं बदलने या निरस्त करने के कारण विवाद किया है। यहां तक कि उन्होंने उसके गलत तरीके से तैयार किए जाने का आरोप भी लगाया है, जिससे कुछ प्रश्नों में त्रुटियाँ आई थीं।
हाईकोर्ट ने मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल भोपाल से मांगा जवाब
हाईकोर्ट ने मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल, भोपाल से जवाब मांगा है। अधिवक्ता श्री धीरज तिवारी ने दिया कि उन्होंने उन मानक पुस्तकों का अध्ययन किया है जिनसे प्रश्न प्रारूपित हुए हैं, और उन्हें ESB द्वारा प्राप्त उत्तरों में अंतर मिला है। हालांकि, उनके द्वारा दिए गए प्रश्नों पर पहले ही छात्रों द्वारा आपत्तियाँ दर्ज की गई थीं, लेकिन उत्तरों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया।
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल, भोपाल और मध्य प्रदेश सरकार को हाईकोर्ट ने 15 दिनों के भीतर जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है। इसमें पूछा गया है कि क्यों न कुछ गलत प्रश्नों को निरस्त करके मेरिट लिस्ट को फिर से तैयार किया जाए, ताकि याचिकाकर्ता को उसके अंक प्राप्त किए जा सकें।
8720 पदों पर निकली थी भर्ती
उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा-2023 (MP Teacher Recruitment) में 8720 पदों की भर्ती के लिए आयोजन किया गया था। हालांकि, प्रदेश में हजारों की संख्या में अभी भी पद खाली हैं। मध्य प्रदेश में वर्ग-1 के रिक्त पदों की संख्या 1 दिसंबर 2022 के अनुसार लगभग 35,000 थी, जो वर्तमान में और अधिक बढ़ चुकी है।
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एमपी में ऐसा पहली बार हुआ कि एक ही भर्ती (MP Teacher Recruitment) के लिए दो बार परीक्षा आयोजित की गई। वर्ग 1 की भर्ती के लिए मार्च 2023 में पहले पात्रता परीक्षा आयोजित की गई थी।
चयनित उम्मीदवारों ने अगस्त 2023 में सेलेक्शन टेस्ट दिया, और उसके आधार पर वेटिंग लिस्ट जारी की गई। योग्य उम्मीदवारों ने दोनों परीक्षाओं को पास कर लिया, लेकिन फिर भी उनकी नियुक्ति नहीं हो रही है।
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